116 दिन से अनशनरत युवा संत आत्मबोधानंद

116 दिन से अनशनरत युवा संत आत्मबोधानंद अपने गुरु जी श्री शिवानंद जी व साथियों सहित कल देर रात कुंभ में गंगा किनारे अपने कैंप से, मातृ सदन, हरिद्वार अपने आश्रम में पहुंचे. युवा संत 24 जनवरी से कुम्भ में थे जहाँ वे आम जन तक अपनी बात पहुंचाते रहे. परन्तु सरकार द्वारा उनकी की सुध नहीं ली गयी. गंगा के जल प्रवाह के लिए टिहरी बांध में इकट्ठा किया गया जल छोड़ने से क्या फायदा? गंगा में अगर मछलियां, कछुए, मगरमच्छ, घड़ियाल, सूंस, ऊदबिलाव इत्यादि नहीं रहेगी फिर वह सिर्फ बहता पानी है. गंगा के गंगत्व पर ये बांधों के दुष्परिणाम है. इन्ही मांगो के चलते और गंगा की अविरलता बनाये रखने क लिए 26 वर्षीय संत आत्म्बोधानंद जी अब अपने 116 दिनों के अनशन को इसी प्रकार अब अपने आश्रम कनखल हरिद्वार से अपनी मांगो के लिए उपवासरत रहेंगे.