जल विद्युत परियोजनाएं| विष्णुप्रयाग प्रोजेक्ट| पॉवर हाउस| एनडीए सरकार| पर्यावरणीय प्रवाह| विष्णुप्रयाग परियोजना: अलकनंदा नदी नदी के ऊपर बनी जल विद्युत परियोजनाएं पानी
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गंगा के पास व्हिस्की निर्माण इकाई अस्वीकार्य क्यों?
कहा जाता है गंगा के पानी को पीने, उसकी सुगंध, या स्नान मात्र करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. गंगा की सुगंध पृथ्वी के
“महामहिम जी की गंगा”
पोस्ट – विमल भाई महामहिम जी ने संसद में अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार ने 2022 तक गंगा को अविरल और निर्मल बनाने का लक्ष्य रखा
गंगा में घातक कॉलिफोर्म बैक्टीरिया की मात्रा सामान्य से 3-12 गुना अधिक.
राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग संस्थान ने पाया है कि गंगा नदी में स्पेक्ट्रम कोलीफाज हैं जो कई प्रकार के कोलीफॉर्म को नष्ट करने की क्षमता रखते
क्या वास्तव में बांग्लादेश को जलवायु परिवर्तन शमन में सफलता मिल रही है ?
भारत में कार्बन उत्सर्जन बांग्लादेश को प्रभावित करेगा लेकिन उतना ही अन्य सभी देशों का कार्बन उत्सर्जन. कार्बन उत्सर्जन एक वैश्विक मुद्दा है. भारत पर
बजट (2019-20) में पानी के लिए वादों, प्राथमिकताओं और प्रावधानों का विरोधाभास
इस वर्ष के बजट में जल शक्ति मंत्रालय को लिए आवंटन में वृद्धि नहीं की गयी है. जबकि देश पीने के पानी की गंभीर समस्या
क्या उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णय हमारी नदियों को बचा सकते हैं?
बांग्लादेश उच्च न्यायालय ने देश की सभी नदियों को जीवित इकाई का दर्जा दिया है. इससे पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने भी गंगा नदी को
पानी संरक्षण के लिए जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी जी ने पानी के संरक्षण के महत्व पर बल दिया है. किन्तु उन्होंने पानी के संरक्षण का स्वामित्व आम लोगों पर डाल दिया
विष्णुगाड पीपलकोटी परियोजना द्वारा प्रभावितों की मांगों को वर्षों से किया जा रहा अनसुना.
विष्णुगाड-पीपलकोटी परियोजना से प्रभावित शिव नगरी छोटी काशी ग्रामसभा हाट के लोगों द्वारा किया जा रहा अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन. फोटो में लोगों द्वारा किया
राज्य सरकार गंगा की निर्मलता और अविरलता के प्रति कटिबद्ध: मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गंगा नदी पर एक अन्तराष्ट्रीय सेमीनार के आयोजन का प्लान बनाया है. जिसकी कॉपी ऊपर फोटो में